उत्तराखंड

चमोली : ग्रीष्मकाल में पानी की कमी को देख जल संस्थान व पेयजल निगम के अधिकारियों को व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखने के निर्देश

जिलाधिकारी ने स्प्रिंग एवं रिवर रिजुविनेशन प्राधिकरण की बैठक ली

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
भूपेंद्र नेगी/गोपेश्वर 
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने शनिवार को स्प्रिंग एवं रिवर रिजुविनेशन प्राधिकरण (सारा) की बैठक लेते हुए सारा के अंतर्गत संचालित कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को प्राधिकरण के तहत प्रस्तावित कार्यों तेजी से करने के साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जल संस्थान और पेयजल निगम के अधिकारियों को ग्रीष्मकाल में होने वाली पानी की कमी को देखते हुए योजना बनाकर व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने जल संरक्षण के लिए कार्य करने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही उन्होंने बदरीनाथ यात्रा मार्ग सहित अन्य स्थानों पर वनाग्नि की रोकथाम के लिए वाटर कंजर्वेशन टैंक निर्माण को भूमि चयनित करने और प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को पूर्व में प्रस्तावित योजनाओं की डीपीआर भी शीघ्र उपलब्ध कराने के आदेश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने ग्रीष्मकाल में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के समय से उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अस्पतालों में उपचार के साथ ही अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सिंचाई और लघु सिंचाई विभाग के अधिकारियों को सारा के तहत प्रस्तावित योजनाओं की डीपीआर तैयार कर शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। ताकि प्रस्तावों के अनुरूप योजनाओं के निर्माण के लिये धन आवंटन की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जा सके।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों को सारा के कार्यों को समन्वय के साथ शीघ्र करने की बात कही। उन्होंने जल संस्थान और पेयजल निगम को ग्रीष्मकाल में पेयजल की सुचारु व्यवस्था के लिए समन्वय स्थापित कर कार्य करने के भी आदेश दिए।
इस मौके पर परियोजना निदेशक आनंद सिंह, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता व सारा को नोडल अधिकारी अरविंद नेगी, एसीएमओ डा. एमएस खाती सहित रेखीय विभागों के अधिकारी बैठक में मौजूद थे।

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